क्रोध पाप को जन्म देता है

इफीसियों ४:२६ क्रोध तो करो पर पाप ना करो, तुम्हारा क्रोध सूर्य अस्त होने तक बना ना रहे। भजन संहिता ३४:१८ यहोवा टूटे मन वालों के निकट रहता है और पश्चातापी आत्मा का उद्धारकर्ता है।

नीतिवचन १७:३ चान्दी को परखने के लिये कुठाली, और सोने के लिये भट्ठी होती है, परन्तु यहोवा हृदयों को परखता है।